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Loan on LIC Policy (Policy): फ्रेंड्स, अगर आपने देश की सबसे बड़ी बीमा कंपनी LIC यानि Life Insurance Corporation of India से इंश्योरेंस Policy (Policy) ली हुई है तो आप अपनी उस इंश्योरेंस Policy (Policy) पर अपने किसी भी काम के लिए लोन (Loan) ले सकते हैं। लेकिन LIC की सभी Policy (Policy) पर नॉन-फैसिलिटी अवेलेबल नहीं होती है। जैसे कि LIC के टर्म प्लान्स, कैंसर कवर जैसे प्लान्स पर लोन (Loan) नहीं मिलता है।
Loan on LIC Policy (Policy) in Hindi – How to Take Loan Against LIC Policy (Policy)?
LIC (LIC) Policy (Policy) पर कब लोन (Loan) ले सकते हैं?
तो अगर आपके पास LIC की Policy (Policy) है और वो 3 साल पुराणी है, और आप उसका प्रीमियम रेगुलर पे कर रहे हैं तो आपको बड़ी आसानी से अपने LIC Policy (Policy) पर लोन (Loan) (Loan on LIC Policy (Policy)) मिल जाता है। LIC के नए प्लान्स, जो 1 फेब्रुअरी 2020 के बाद बेचे जा रहे हैं उस पर 2 साल बाद ही आपको लोन (Loan) मिल जाता है।
LIC (LIC) की Policy (Policy) पर कितना लोन (Loan) मिल सकता है?
तो LIC की Policy (Policy) पर लोन (Loan) लेने के लिए आपको अपने Policy (Policy) की सरेंडर वैल्यू पता करनी होगी। सरेंडर वैल्यू, यानि वो रकम जो अपनी Policy (Policy) बंद करवाने पर मिलने वाली है। तो अगर आप LIC की Policy (Policy) पर लोन (Loan) (Loan on LIC Policy (Policy)) लेते हैं तो आपके अपने सरेंडर वैल्यू का 90% का लोन (Loan) मिल सकता है।
कौन कौन लोन (Loan) ले सकता है?
LIC की Policy (Policy) पर ऐसा कोई भी व्यक्ति जिसने LIC का एंडोमेंट प्लान लिया हो, वो व्यक्ति लोन (Loan) ले सकता है। लेकिन इसके लिए कुछ कंडीशंस है। जैसे कि –
लोन (Loan) लेने वाले व्यक्ति की उम्र 18 साल से ज्यादा होनी चाहिए। लोन (Loan) लेने के लिए उसकी Policy (Policy) 3 साल पुराणी होनी चाहिए और उसने उसका प्रीमियम रेगुलर पे होनी चाहिए। उसे अपनी Policy (Policy) के सरेंडर वैल्यू का 90% का ही लोन (Loan) मिल सकता है। LIC (LIC) की Policy (Policy) पर लोन (Loan) लेने के फायदे
सबसे पहला फायदा तो यह है की आपको यहाँ पर 9% – 10% के इंटरेस्ट रेट पर लोन (Loan) मिल जाता है। जब की पर्सनल लोन (Loan) की बात करे तो पर्सनल लोन (Loan) में आपको 16% से 24% का इंटरेस्ट रेट लगता है। वही LIC Policy (Policy) पर आपको काफी काम इंटरेस्ट रेट पर लोन (Loan) मिल जाता है। दूसरा फायदा यह है कि यहाँ पर आपका सिविल स्कोर नहीं देखा जाता। अगर आप LIC की Policy (Policy) पर लोन (Loan) (Loan on LIC Policy (Policy)) लेना चाहते हैं तो आपकी दूसरी लोन (Loan) डेफोर्से के कारण या आपके खराप क्रेडिट स्कोर के कारण आपको लोन (Loan) मिलने में कोई भी परेशानी नहीं होती है। क्यों कि यहाँ पर आपको Policy (Policy) गिरवी रखकर Policy (Policy) के सामने लोन (Loan) दिया जाता है तो इसके कारण इसका प्रोसेस भी काफी फ़ास्ट हो जाता है। यहाँ पर ना तो कोई सिविल स्कोर का झंझट रहता है, ना आपको कोई गारंटर्स चाहिए, ना कोई रेफरेन्स चाहिए, ना कोई बैकग्राउंड वेरिफिकेशन किया जाता है। जिसके कारन इसका प्रोसेस काफी फ़ास्ट हो जाता है। बाकि अगर हम पर्सनल लोन (Loan) की बात करें तो वहां आपका क्रडिट स्कोर चेक किया जाता है, आपका वेरिफिकेशन किया जाता है, आपकी डाक्यूमेंट्स वेरीफाई किए जाते हैं, आपके घर पर भी वेरिफिकेशन किया जाता है, यहाँ तक कि आपके ऑफिस या काम करने की जगह पर भी बैंक या फाइनेंस कंपनी के एजेंट्स वेरिफिकेशन के लिए जाते हैं। जहाँ पर LIC Policy (Policy) पर लोन (Loan) (Loan on LIC Policy (Policy)) लेने में आपको इन सारे झमेलों में नहीं पड़ना पड़ता है। और इसका प्रोसेस भी 3 से 4 दिनों में हो जाता है। तीसरा फायदा है नो प्रोसेसिंग फीस। यह बहुत ही जबरदस्त प्रोसेस है LIC की Policy (Policy) पर लोन (Loan) लेने का। अगर आप LIC की Policy (Policy) पर लोन (Loan) (Loan on LIC Policy (Policy)) लेते हैं तो LIC आपसे प्रोसेसिंग फीस या और किस भी प्रकार की कोई चार्जेज नहीं वसूलती है। जिसके कारण आप कभी भी जरुरत पड़ने पर LIC Policy (Policy) पर लोन (Loan) सकते हैं। और पैसे आने पर उसे री पे कर सकते हैं। लोन (Loan) लेते वक्त या री पे करते वक्त आपको LIC में किसी भी प्रकार का कोई चार्जेज नहीं देना होता है। जबकि पर्सनल लोन (Loan) की बात करें तो यहाँ पर आपको लोन (Loan) लेते वक्त 2% से 3% तक का प्रोसेसिंग चार्ज लग जाता है। और अगर आप जल्दी लोन (Loan) री पे कर देते हैं तो वहां पर आपको लोन (Loan) सरेंडर चार्जेज लगते हैं। चौथा फायदा यह है कि अगर आपने LIC की Policy (Policy) पर लोन (Loan) लिया है और उसे आप वापस नहीं भर पाते हैं तब भी आपको कोई भी प्रॉब्लम नहीं होती है। अगर आप LIC की Policy (Policy) पर लिए हुए लोन (Loan) को री पे नहीं कर पाते हैं तो जब आपकी Policy (Policy) मैचुर होती है, तो मैचुरिटी की रकम में से लोन (Loan) की अमाउंट माइनस करके आपको बाकि की रकम दे दी जाती है। आपको सिर्फ अपनी Policy (Policy) का प्रीमियम रेगुलर पे करना है और लोन (Loan) का इंटरेस्ट हर छह महीने पर LIC में जमा करवाना है। अगर आप लोन (Loan) की अमाउंट जमा नहीं करवाते हैं तो मैचुरिटी की रकम में से बाद होकर आपको बाकि की रकम दे दी जाती है। LIC की Policy (Policy) पर लोन (Loan) लेने के पांचवा फायदा यह है कि अगर आप LIC की Policy (Policy) को सरेंडर करवा देते हैं तो आपका जो इंश्योरेंस कवर है वो ख़त्म हो जाता है। जबकी अगर आप Policy (Policy) पर लोन (Loan) लेते हैं तो आपको पैसो की जो जरुरत है वो भी आपकी पूरी हो जाती है। और आपकी जो इंश्योरंस कवर है वो भी शुरू रहता है। डाक्यूमेंट्स क्या क्या लगेंगे?
LIC की Policy (Policy) पर लोन (Loan) (Loan on LIC Policy (Policy)) लेने में सबसे पहले आपको अपनी ओरिजिनल Policy (Policy) LIC में जमा करानी होती है। इसके अलावा आपकी आईडी प्रूफ जैसे कि आधार कार्ड, पैन कार्ड और बैंक डिटेल आपको देनी होती है जिसमे लोन (Loan) अमाउंट ट्रांसफर किया जाता है। तो अगर आपके पास LIC की Policy (Policy) है और आपको पैसों की जरुरत है तो पर्सनल लोन (Loan) लेने से ज्यादा सस्ता और आसान रास्ता यही है कि आप अपनी LIC Policy (Policy) पर लोन (Loan) ले लें।
कुछ LIC (LIC) Policy (Policy) जिसमे लोन (Loan) फैसिलिटी उपलब्ध है
LIC के काफी सारे प्लान्स है जिसमे लोन (Loan) फैसिलिटी अवलेबल है। जैसे कि जीवन लाभ, जीवन उमंग, सिंगल प्रीमियम एंडोमेंट प्लान, न्यू जीवन आनंद, जीवन लक्ष, जीवन प्रगति और बाकि सभी एंडोमेंट्स प्लान्स जिसके अंदर आपको Policy (Policy) की सरेंडर वैल्यू मिलती है। उन सभी Policy (Policy) पर आप LIC से लोन (Loan) ले सकते हैं।
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